Table of Contents
Today, we see that the corona virus is becoming international pandemic
जब हम वैश्विक corona virus से पीड़ित लोगो के आंकड़ो पर नजर करते है तो गभराहट होने लगती है. दिन प्रतिदिन सेकड़ो लोगो की जान चली जा रही है. इतन ही नहीं सेकड़ो लोग इस बीमारी से ग्रस्त है.
विश्वमें दो करोड़ से ज्यादा लोग और हमारे देशमे २७ lacs से ज्यादा लोग इस बीमारी से ग्रस्त है. लाखो लोगो ने आपनी जान गवादी है. ये आकडे और तीव्र गति से आगे बढ़ रहे है. ये मामला कब थम्भेगा ये तो कोई नही कह शकता.
जब यह disease china में था तब कौन जानता था की यह पुरे विश्वमे फेल जायेगा. हमने काफी कुछ प्रयास किये, घरमे रहे, लॉक डाउन रखा लेकिन फिरभी यह महामारी हमारे देशमे अपना पैर जमती ही चली. जो भी हो लेकिन इस समय हमारे मनमे बस एक ही ख्याल आता है की “Corona virus se bachneke upay kya hai”, हम किस तरह से ये बिमारीसे बच पाए. How to save our life in this critical situation.
यह एक कुदरती आफत है फिरभी हम यहाँ पर थोड़े उपाय बता रहे है. खास करके हम यहाँ योगा के बारेमे भी बतायेगे. क्योकि योगभी इस बीमारीसे बचने में बहेतरींन होता जा रहा है. आप लोगोनेभी टीवी पर या News paper में देखा होगा की आर्युवेद और योग दोनों को मिलाकर इस बिमारीसे काफी लोगो को ठीक किया गया है.
corona virus se kese bacha jaye
आमतोर पर देखे तो हमे यहाँ दो तरह की Precaution रखनी है first is depend on our body and second is depend on our mind. we have to keep both up-to-date. यहाँ पर दो किस्म के लोग होते है. एक वह जो बहुत डरते है. मन ही मन मायूस हो जाते है. अगर मुजे ये रोग हो गया तो क्या होगा ?
ऐसा सोचके मन ही मन भय और चिंता से ग्रस्त रहते है. दुसरे वह जो बिंदास रहते है और मुझे कुछ नही होगा ऐसा over confidence में रहके जरा सी भी सावधानी नहीं बर्तते. दोनों किस्म के लोगो गलत है. यहा हमे डरने की जरूरत भी नहीं और बिंदास होना भी नहीं. सावधान रहकर पुरे जोस और बिना डरे रहना है. हिमंत हार कर हमारे मनोबल को तोडना नही है. .
कोरोना से लड्नेमे दृढ मनोबल की आव्यश्कता है
हम सब जानते है की यह बीमारी आई है. लेकिन हमे जराभी डरने की जरूरत नहीं है. विश्वके इतिहास में हम देखे तो हर सदी में ऐसी महामारी जरुर आती है इसलिए ये कुछ नया नही है. जैसे जन्म और मृत्यु अनिवार्य है इस तरह इस प्रकार की व्याधिभी आती रह्ती है. यहाँ पर सावधानी बर्तनी चाहिए ये बात सच है लेकिन हमारे मनोबल को मजबूत रखना है.
अगर किसीका आत्मविश्वास ज्यादा हो और मन चट्टान की तरह मजबूत हो तो cancer जैसी बीमारी से भी आदमी ठीक हो शकता है. अगर हम बीमारी के आंकड़ो पर पूरी तरह अभ्यास करे तो हम जान शकते है की इसमें death का rate ३ से ५ प्रतिशत है.
उसमे भी मरने वाला मरीज कोई अन्य बीमारी से पीड़ित होता हो ऐसे लोग ज्यादा है. दूसरी बात यहा पर मनसिक है अगर कोई constant यही सोचता रहे की मुजे यह बीमारी हो जाएगी और में इस बिमारीसे ग्रस्त हु तो उनको ये बीमारी लगने की संभावना बढ़ जाती है.
क्योकि अगर हमारा मन ही भीतर से टूट गया तो शरीरमें जो anti-body बनने की क्रिया में बाधा आएगी. महामारी जब फेलती है तब यही बात ज्यादा होती है की लोगो के मनमे एक प्रकारका ऐसा डर फेल जाता है. यही महामारी को आगे बढाता है. In short हमे एक ही बात का ध्यान रखना है वह यह की हमे मन से मजबूत होना है.
Can yoga helpful in coronavirus ?
हा, योग हमारे लिए हर हमेशा साथ निभाता है. कोई भी रोग हो या भव रोग हो, चिंता हो, कमजोरी हो जो कुछभी हो लेकिन योग में अगर हम आगे बढे तो हमे काफी हद तक फायदा हो शकता है.
एक सहज प्राणायाम जो हमे इस व्याधि से दूर रखशकता है!! ?
- प्राणायाम से हमारे फेफड़े की कार्यक्षमता बढ़ेगी और पूरी तरह श्वास लेने से शरीर को ऑक्सीजन भी पूरी मात्र में मिल पायेगा. इन के लिए अनुलोम विलोम, भ्रास्तीका प्राणायाम, सहज प्राणायाम जिसमे कुछ नया नही एकदम सरल.
- कोई शांत स्थान पर बैठो. मन एक दम पूर्ण आनद से भर दो. इनके लिए ओम का उच्चारण भी कर शकते हो. या अपने जो कुछ देव हे उसे भी याद् कर शकते हो.
- धीरे धीरे मन से भी पर होते जाओ. अब क्या करना है की धीरे धीरे इतना श्वास ली जिए की आपके दोनों फेफड़े पूरी तरह हवा से पूरी तरहसे भर जाये.
- फिर जब तक रोक शके तब तक उसे रोकना है. आखिरमे धीरे धीरे उसे छोड़ना है.
- फिर से यही cycle चलानी है. यहाँ पर याद यह रखना है की cycle ठीक से और दस या पन्द्र मिनिट तक चलनी चाहिए.
हमारे शरीर के आधार पर थोड़े बहुत उपाय यहाँ लिखता हु.
यह बीमारी किस तरह से फेलती है यह सब तो हमने बहुत जाना है. ये श्वास की बीमारी है इसलिए अगर कोई संक्रमित आपके पास आये और उनकी श्वास के साथ आपका संपर्क हो मतलब की उसने छिक या खासी आई हो और उनके droplet में रहे वाईरस आपके नाक तक पहोच गये तो आपको कोरोना लगने की सम्भावना है.
दूसरा यह की अगर संक्रमित व्यक्ति के हाथमें छिकते समय, खासी के समय या किसीभी तरह हाथो पर कोरोना वाईरस के germs लग जाये और उससे वह आपको छुए या उसने जिस वस्तुओं को छुया है उनके सम्पर्क में आप आये तो यह बीमारी आपको भी हो शक्ति है.
लेकिन इतना गभराने की जरूरत भी नहीं. क्योकि यहाँ पर भी रोग प्रतिकारक शक्ति और blood का बंधारण बहुत महत्वपूर्ण है. मतलब की इस तरह से बीमारी हो ही जाये ऐसा नहीं है. In short यह बीमारी ground to ground फेलती है ऐसा तजज्ञ का मानना है. इसलिए हमे निचे दी गई सावधानी वर्तनी होगी
हमे अपने body को सुरक्षित रखना है…
- बहार जाये तो अपना मुह ढककर ही जाये. काम के स्थल पर भी mask न हटाये. अगर mask हटाना हो तो भी बिना भीड़ वाले स्थान पर थोड़ी देर तकही हटाये.
- यह बीमारी छूने से हो शक्ति है इसलिए हाथो को बार बार साफ करते रहे. sanitizer का उपयोग करके उन्हें पूरी तरह वाइरस मुक्त करे. हाथ मिलाने के स्थान पर नमस्कार करने की habit डाले.
- किसी के साथ भी बात करे या मिलना हो तो दो गज दुरी का जो नियम है उनका पालन करे. इतना ही नहीं group में रहने की आदत छोड़े.
- भीड़ भाड वाली जगह पर ना जाये. गर्म पानी दिन में तिन चार बार पिए. इतना ही नही गर्म पानी की भाप वाईरस को खत्म करने में कारगत है इसलिए दिन में एक बार तो अवश्य भाप का प्रयोग करे.
- काढ़े को कोन नही जानता !! बाज़ार में कई सारी तरकीबे लोगो अख्त्यार कर रहे उनमे से जो भी हमारे अनुकूल हो वह करे. किसी भी तरह से हमारी रोग प्रतिकारक शक्ति है उसे बढाये जिसके कारण यह बीमारी हमें बहुत हानि न पहोचाये.
- हा एक बात और जो senior citizen है जिनकी उम्र ज्यादा है उन्हें इस बीमारी से संभलनेकी आव्यश्कता है. लेकिन गभरानेकी जरुर भी नहीं क्योकि ऐसे लोगो की संख्याभी ज्यादा है जिसकी उम्र ६० साल से ज्यादा हो और वह ठीक हो गए.
गर्म पानी या गर्म पानी की भाप अकसीर उपाय है कोरोना से लड़ने के लिए
फिर से यहाँ पर एक बहुत ही सरल उपाय है गर्म पानी पीना. दिनमे तिन बार गर्म पानी पिने से कोरोना वाईरस के जर्म गले में ही नष्ट हो जाते है. उनके साथ साथ गर्म पानी की भाप लेने से फेफड़ेमेंभी infection लगने की संभावना कम होगी. आज तक जितने अभ्यास हुवे है उसमे ये उपाय बहुत करगत साबित हो रहा है.
इस तरह से हमे सब कुछ करना है. मनको तरोताजा रखने के लिए positive thinking करना चाहिए. या विश्व चेतना का अहेसास हमारे शरीर में करना चाहिए. इस तरह के अभ्यास से हमारे तन और मन में एक प्रकार की दिव्य उर्जा का निर्माण होगा.
जो कोरोना तो क्या हमें हमारी अन्य कोई समस्या से भी छुटकारा पाने में सहायता करेगी. योग सूत्र का अभ्यास हमारे भीतर एक दिव्य चेतना का भाव उत्पन्न करेगा जो हमें पूरी तरह इन बिमारीसे लड़ने में सहायता करेगा. इनके लिए
click here योग सूत्र को जाने
अंतमे आप सभी सवस्थ रहो ऐसी सुभकामना के साथ विराम लेता हु. .
Awesome write-up. I am a normal visitor of your website and appreciate you taking the time to maintain the nice site. I will be a frequent visitor for a really long time. Ursulina John Virgie
I enjoy your piece of work, regards for all the good articles. Tallia Whittaker Wylie
Way cool! Some extremely valid points! I appreciate you writing this post plus the rest of the website is really good. Chanda Lay Worl Janice Harris Querida